🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हे माँ अब तुम्हें,
अपने लाल को समझाना होगा,
बहन,बेटियों की इज्जत,
बच सके, वो पाठ पढ़ना होगा,
बेटों को अदब,
बेटियों को दुनियांदारी सीखना होगा,
बेटी की आबरू बच सके,
पुरुषो पर लगाम लगाना होगा ,
बहुत सह लिया तुमने,
अब तुम्हे सामने आना होगा ,
मासूमो की रक्षा को,
अब तुम्हे हथियार उठाना होगा,
बाप, भाई, पति और बेटा ,
इन्हे शक की निगाह में रखना होगा,
सुरक्षित रहेगी बेटी कैसे,
माँ अब तुम्हे ही कुछ करना होगा,
” नीरज सिंह “