फुट रहे है फटाके
सजे घर फुलवारी
सजे दीप घर द्वारी
यही है दीपावली
मंगल आरती होती
दीप मलिका सजाती
नव हर्ष बरसाती
यही है दीपावली
बच्चो संग झूम रहे
दादा दादी नाना नानी
नव आभूषण सजे
यही है दीपावली
सतरंगी नभ छाया
आमिर गरीब माया
हर्षित उत्सव लाया
यही है दीपावली
नवीन कुमार तिवारी ,अथर्व