भरतदीप माथुर दोहा Jul 7, 2018 1:55 pm नेह की डोर.. 07 Jul चिकने रेशम से बनी, ‘दीप’ नेह की डोर। छूटे से फिर ना मिले,पकड़ राखिए छोर।। भरत दीप Read by 10 Report Post Share: