Naveen kumar Tiwari दोहा Apr 5, 2018 10:41 am डाली झुकी वो फल की 05 Apr डाली झुकी वो फल की, रखती नम्रता भाव । खाते पत्थर सोच चली,फल देना स्वाभाव।। खट्टे मीठे फल मिलते, रखे रसीले आम । आम खाकर बीज रखे, देते गुठली दाम ।। बेर देख लार टपके,खटास रहते स्वाद । पत्थर फेंक बेर गिरते, शूल करे प्रतिवाद । नवीन कुमार तिवारी,, Read by 10 Report Post Share: Related Posts:मेहनत पर दोहेशूल लगे भूलअंधेरा, तीरगी,तमसमानताजय सिया राम