भरतदीप माथुर दोहा May 5, 2018 8:53 am विश्वास 05 May गली गली में मिल रहीं,संबन्धों की लाश। भाई फिर कैसे करे, भाई पर विश्वास ।। भरत दीप Read by 12 Report Post Share: Related Posts:दौलतें विश्वास की जब जब दिलों से घट गईं"फिर कैसे बेवफ़ा मैं ?"...मेरी मांतुम मेरी स्वांस होमेरा ख़ुदा"मुस्कुराना तेरा"...