राजश्री गौड़ मुक्तक (संदेशात्मक) Mar 24, 2018 8:34 pm फ़लसफ़ा बदलो 24 Mar बदलो मौसम ज़रा फिज़ा बदलो। जिन्दगी का ये फलसफा़ बदलो। पर न छोड़ो हया का ये आँचल, ढ़ंग जीने का ये नया बदलो। —-राजश्री—- Read by 17 Report Post Share: Related Posts:” जिन्दगी “" title="” जिन्दगी “" width="150" height="150" class="crp_thumb crp_default" />” जिन्दगी “कतरा कतरा जिन्दगी" title="कतरा कतरा जिन्दगी" width="150" height="150" class="crp_thumb crp_default" />कतरा कतरा जिन्दगी