विधा -पिरामिड़
है
हर्ष
सभी को
हो रहा है
आयोजन ये
कागज दिल मे
वंदनीय समूह।।
जो
शुरू
हुआ है
आयोजन
काग़जदिल
सभी लेखकों को
वंदन व नमन।
ये
पर्व
अनूठा
खास बना
यूँ सम्मेलन
मिलन है देखों
लेखक ,पाठक का।
जो
प्रेम
दिखा है
परस्पर
आयोजन में
अद्धभुत तथा
सरहानीय कार्य।
✍संध्या चतुर्वेदी
मथुरा उप