राजश्री गौड़ क़ता (संदेशात्मक) Mar 18, 2018 10:55 pm रहनुमा कब तक बनोगे 18 Mar रहनुमा कब तक बनोगे तुम हमारी जी़स्त के, छोड़ दो तन्हा कि खुद को आजमा कर देख लें। दाव पर ही जब लगा दी हमने अपनी जिन्दगी, आज तूफानों में अपना घर बना कर देख लें। —-राजश्री—– Read by 5 Report Post Share: Related Posts:ज़िन्दगीएक स्याह रात हैप्रेत जगा एक