shivani sharma क़ता (अन्य) Apr 19, 2018 6:25 pm प्रेम और हौसले 19 Apr डूब गए खुशी से तो किनारे की तलाश किया नहीं करते इश्क़ में रज़ा हमारी थी ग़म औ खुशी का गिला नहीं करते तड़पेंगे एक दिन सितमगर देखकर हौसला बुलंद मेरा मक़सद बदलते रहते हैं मगर एहसास कभी मिटा नहीं करते शिवानी ,जयपुर Read by 6 Report Post Share: