Anshu kumari क़ता (दर्द) Mar 13, 2018 3:31 pm तुम्हारे वास्ते 13 Mar अगर कहते तुम्हारे वास्ते हम जान दे देते। मगर तुम तो हमारे पीठ पर खंजर चला बैठे।। तुम्हें अपना समझ कर आसरा घर में दिये थे हम। मगर ओ बेरहम तुम तो हमारा घर जला बैठे।। ©अंशु कुमारी Read by 8 Report Post Share: Related Posts:एतबार