Anshu kumari शेर (अन्य) May 14, 2018 2:46 pm बैठा हुआ शजर पे परिंदा उदास है। 14 May बैठा हुआ शजर पे परिंदा उदास है। देखा है आज उसने जनाजा बहार का।। अंशु Read by 27 Report Post Share: Related Posts:ग़म को क़रीब से कभी देखा है इसलिएपसीने को बहाने से सदा क़िस्मत सँवरती हैआज फिर से उस रुख-ए-पुरनूर का आया ख़याल