भरतदीप माथुर शेर (मोहब्बत) Jul 2, 2018 12:59 pm वो मुश्कबू सा… 02 Jul वो मुश्कबू सा मिरे आस पास रहता था मैं जिस की चाह में हर पल उदास रहता था भरत दीप मुश्कबू=कस्तूरी Read by 14 Report Post Share: Related Posts:मोहराबशर पे रब जो कभी मेहरबान होता है"सिसकता किसान"...स्त्रीत्व की राजनीति