Nikheel Kumar singh ग़ज़ल (मोहब्बत) Mar 9, 2018 4:24 pm कहर 09 Mar हुआ है ये कहर कैसे जला है ये शहर कैसे किनारे सब चले आओ उठी है ये लहर कैसे सहा जाता नही अब गम गुजारे ये पहर कैसे ऐ जानेमन कहा है तू मिले तेरी खबर कैसे ..निखील कुमार सिंह.. Read by 50 Report Post Share: Related Posts:मेरा दिलदार बन रहा है कोईतेरे बारे में जब