See 1 more categories...
Less...
ग़ज़ल (संदेशात्मक)
ग़ज़ल दर्द दिलों में लेकर हँसना, [...]
ग़ज़ल (अन्य)
ग़ज़ल आज इक ऐसा करिश्मा हो गया, आसतीं [...]
गजल मत रोइए हुज़ूर शब-ए-ग़म गुज़ार के, [...]
ग़ज़ल फैसले जिनके कड़े हैं आजकल, उनके ही झंडे गड़े हैं आजकल। शीश महलों में [...]
कहीं हो चाँद पूनम का,किसी का दिल मचल जाए, खिलौनों से तो मुश्किल है कि [...]
« »
आपका नाम
आपकी ई-मेल आईडी
कृपया बताएं इस पोस्ट से आपको क्या शिकायत है ( काग़ज़दिल आईडी भी लिखें ,यदि आप सदस्य हैं )