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ग़ज़ल (अन्य)
मुश्किलों से बहुत सँभलते हैं l तेरे कूचे से जब निकलते हैं ll तेरी सांसो [...]
दर्द जिस दिन बावरा हो जाएगा l रूह का पंछी हवा हो जाएगा ll इक [...]
ग़ज़ल (संदेशात्मक)
ले रही ये अजब इम्तिहाँ मुफ़लिसी l भूख जितनी दबाई, ये उतनी बढ़ी ll ज़िन्दगी [...]
ग़ज़ल (मोहब्बत)
यूँ ही हर बात पर अक्सर जो हँसते-खिलखिलाते हैं l नुमाया करके मुस्कानें वो ग़म [...]
बेसबब बातें बनाना छोड़ दे l चाँद का डोला सजाना छोड़ दे ll रोटियाँ मेहनत [...]
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