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कविता (अन्य)
स्थानीय भाषा में सृजित रचना।। अबे न चेते,लग जैहे तौ, भइया भोतई घाटो। जीवन दैवे [...]
मुक्तक (प्रेम)
मुक्तक। हिदायत दी हमें उसने,दीवाना बन न जाऊँ मैं। मुहब्बत की हवाओं का,तराना बन न [...]
तेरी यादें कश्तीं मेरी डुबोतीं रही। इस तरह मुहब्बत मुझे भिगोती रही। अब नहीं,तब [...]
भावपूर्ण अतुकांत कविता मैने सोचा !- हम कहाँ थे? हुआ समाप्त एक अध्याय। मैने फिर [...]
कविता (प्रेम)
अतुकांत कविता *क्या पता* मैने पूंछा?- ‘तुम्हें शापित संसार की- अखण्डता और नश्वरता यकीनन प्रतीत [...]
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