क़ता (अन्य)
क्या हुआ आज ये बेकली किसलिए , मेरी दुश्मन बनी सादगी किसलिए , लत लगी [...]
काग़ज़ दिल रचना
ख्वाबों का उनवान लिखा है कागज़ दिल पर . एक नई पहचान लिखा है कागज़ [...]
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