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नज़्म (संदेशात्मक)
कुछ दबी हुई ख़्वाहिशें है, कुछ मंद मुस्कुराहटें… कुछ खोए हुए सपने है, कुछ अनसुनी [...]
कविता (वेदना)
स्त्री सिर्फ तब तक तुम्हारी होती है जब तक वो तुमसे रूठ लेती है,लड लेती [...]
कविता (प्रेम)
बहुत खूबसूरत गजल लिख रही हूं तुझे सोचकर आजकल लिख रही हूं दिन मुस्कुराहट तो [...]
कविता (अन्य)
आज दिल के एक कोने से आवाज़ आयी जो कसक दबा रखी थी सालो से [...]
सामाजिक कहानी
💕❤💕 💥जीना इसी का नाम है 💥 “नानी, मैं एक कुल्फी और ले लूं,प्लीज़. “चीकू [...]
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