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देशभक्ति - वतनपरस्ती
इन मतवालों की हिम्मत को , देश भूलाना पायेगा ! जब जब होगा जिक्र जंग [...]
ग़ज़ल (संदेशात्मक)
कोई नही है अपना , किसी से गिला ना कर इस शहर में दिल लेकर, [...]
गीत (वेदना)
फिर सियासत नें भूख छीनी है फिर से चादर ये झीनी ,झीनी है क्यूं नही [...]
ग़ज़ल (मोहब्बत)
मौहब्बत को मेरी , ईनाम मिल गया है नजर को नजर का , सलाम मिल [...]
काग़ज़ दिल रचना
कागज दिल पै,उतारी है मैने अपने दिल की बातें कागज भी है थका ..थका सा, [...]
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