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गीत (वेदना)
दरकती रूह के अनकहे जज़्बात दरकती रूह है,और इश्क की मीनारें हैं। चलो जो तुम [...]
कविता (अन्य)
पता नही कौन अचानक यूँ ही कर रहा था बैचैन रह-रहकर । फिर तुम्हारी याद [...]
नज़्म (दर्द )
दिल से मेरे प्यार का, मिट गया नामोनिशान। हे खुदा कैसा दिया ,मोहब्बत का अंजाम [...]
मुक्तक (वेदना)
आज प्रेम ने मुझे ,यूँ दिया झकझोर । जैसे बरसे आँगना, हो अंगारों का शोर। [...]
छलने बालों की कमी नही है दुनिया में । एक बिछड़ेगा तो दूजा भी मिल [...]
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