ग़ज़ल (अन्य)
आजकल देखकर… मुस्कुराने लगे। शायरी मे अजी़ …तुम हो आने लगे।१ हुश्न है जो तेरा [...]
दिल मुहब्बत से तुम भरा रखिए। इश्क़ करिए तो दिल बड़ा रखिए।१ दास्तां लिख के [...]
ख़ाब हमको .दिख़ा गया कोई। कर गया जिन्दगी ….अता कोई।१ मुफलिसों के नगर मे अपना [...]
ग़ज़ल (मोहब्बत)
मुहब्बत हमारी ….भुलाओगे कैसे। खफ़ा हो के तुम दूर जाओगे कैसे। ऩज़र मे हमारी ही [...]
ग़ज़ल (दर्द)
तेरी यादों का समंदर कभी सूखता नहीं । आंखों में खुशी है मगर दर्द मिटता [...]
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