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कविता (वेदना)
जो करते थे शब्दों से प्यार वो कवियों के सरताज रच कर इतिहास चले छोड़ [...]
भजन - भक्ति
कर पूजा मेरी स्वीकार,हे माता शेरोवाली बड़ी दूर से आया हूँ,सँग लाल चुनरिया लाया हूँ, [...]
गीत (वेदना)
सखी रे राति दिन मा नाहि बीतेला मोर भरी-भरी आबे नयना में नोर कि सखी [...]
कविता (अन्य)
सावन की यह काली घटा देखो कितनी सुहावन इसकी छटा बरसाती बूंदे अनमोल धरा नदी [...]
माई रे गोकुल का ग्वाला, वो नटवर मधुर मुरलीवाला श्याम छवि माथे मुकुट मोर पंख [...]
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