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कविता (प्रेम)
सुनो एक पगली सी लड़की तुम्हे बहुत चाहती है तुम सिर्फ उस के हो ये [...]
भजन - भक्ति
भाद्र मास शुक्ल पक्ष अष्टमी को , प्रकट भयी राधे रानी सुकमार। दैव लोक से [...]
मेरा लेख (सम सामयिक घटना)
सच सोचनीय विषय है,जब हिंदुस्तान में हिंदी का सम्मान नही तो और कही कैसे होगा? [...]
कविता (वेदना)
कलम तो एक जरिया है, दिल के दर्द जताने का। असल मे हर्फों में बयां [...]
रोता अंबर भी आज व्यथित हो धरती पर छाया सन्नाटा कैसा। जो थे अटल स्वयं [...]
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